सचिन तेंदुलकर की जन्म कुंडली में क्या है जिसने उन्हें महान क्रिकेटर बनाया
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शायद हम में से कई लोग जानते होंगे कि सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का भगवान कहा जाता है वह पूरी दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों के रूप में जाने जाते हैं इतना ही नहीं उन्हें भारत में सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित भी किया जा चुका है इसके अलावा वह सच एकलौता खिलाड़ी हैं जिसने सबसे कम उम्र में राजीव गांधी खेल रतन पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं. कुल मिलाकर देखा जाए तो उनकी सफलता की कोई सीमा और कोई समय नहीं है वह बचपन से ही काफी मेहनती खिलाड़ी रहे, शायद इसलिए उन्हें सचिन तेंदुलकर – द गॉड ऑफ क्रिकेट के नाम से भी जाना जाता है.
महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर की जन्म कुंडली में क्या है
भारतीय धर्म ग्रंथों में ऐसा कहा जाता है कि व्यक्ति को कितनी प्रसिद्धि मिलेगी यह पहले ही उसके कुंडली में लिखा होता है. अगर ऐसा है तो आइए हम जानते हैं कि सचिन तेंदुलकर की कुंडली में ऐसा क्या है जो उन्हें सर्वश्रेष्ठ और महान क्रिकेटर बनाता है.
- पूरा शुभ नाम- सचिन रमेश तेंदुलकर
- उपनाम - गॉड ऑफ क्रिकेट, लिटिल मास्टर और मास्टर ब्लास्टर
- कद - 1.65 मीटर या 165 सेंटीमीटर
- जन्म की तिथी - 24 अप्रैल 1973
- जन्म का समय- 12:59 बजे दोपहर
- जन्म स्थान- दादर, मुम्बई ( महाराष्ट्र )
- लंबाई - 165 cm
- मीटर में – 1.65 m (5’ 5’’ )
- वजन -) किलोग्राम में – 62 KG
- शारीरिक बनावट - 39-30 -12
- आँखों का रंग - गहरा भूरा
- बालो का रंग - काला
Source : Times of india
सचिन तेंदुलकर का पारिवारिक परिचय की Biography
- पिता - रमेश तेंदुलकर
- माता - रजनी तेंदुलकर
- भाई - नितिन तेंदुलकर &अजीत तेंदुलकर
- बहन - सविता तेंदुलकर
- पत्नी - अंजली तेंदुलकर
- बेटा - अर्जुन तेंदुलकर
- बेटी - सारा तेंदुलकर
- वैवाहिक स्थिति - विवाहित
सचिन तेंदुलकर की जन्म कुंडली में कर्क लग्न एवं धनु राशि की बनती है प्रतियोगिता एवं खेल स्पर्धा के दृष्टिकोण से षष्ठम स्थान महत्त्वपूर्ण होता है मे लग्नेश चन्द्र राहु से युत होकर विद्यमान है ।
लग्न भाव पर षष्ठमेश एवं भाग्येश गुरु तथा पंचमेश एवं कर्मेश योगकारक मंगल की दृष्टि होने से तथा कर्म स्थान मे उच्च राशिगत सूर्य, सुखेश एवं आयेश शुक्र की युति होने से बहुआयामी खेल प्रतिभा का धनी एवं मान सम्मान प्राप्ति का श्रेष्ट योग जन्म कुंडली मे विद्यमान है ।
सचिन के क्रिकेट प्रति उत्कर्ष मे राहु महादशा का विशेष योगदान रहा है राहु महादशा उनके जीवन मे 07 :06 1999 से 05: 06 :2017 तक रही थी ।
जन्म पत्रिका मे महादशानाथ राहु छठे भाव मे लग्नेश चन्द्र के साथ स्थित हैं और राहु का राशिश गुरु केन्द्र मे सप्तम स्थान मे , त्रिकोण एवं केन्द्र के स्वामी पंचमेश एवं दशमेश योगकारक एवं उच्च राशिगत मंगल से युत होकर विराजमान हैं ।
नवांश मे महादशानाथ राहु त्रिकोण मे नवम भाव मे द्वितीयेश तृतीयेश शनि और षष्ठमेश - एकादशेश शुक्र के साथ स्थित हैं राशिश सूर्य अष्टम भाव मे विद्यमान होने विशिष्टतम खेल प्रतिभा से युक्त होने का उत्तम संयोग बन रहा है ।
दशमांश मे महादशानाथ राहु दशम भाव मे चतुर्थेश - नवमेश मंगल के साथ विद्यमान हैं और राशिश शुक्र लग्न मे द्वादशेश चन्द्र के साथ है और पंचमेश- अष्टमेश गुरु से तथा मंगल से द्रष्ट होने से कर्म के माध्यम से अन्तर राष्ट्रीय ख्याति प्राप्ति की श्रेष्ट स्थिति बन रही हैं ।
यदि हम राहु महादशा मे हासिल की गयी उपलब्धियो को देखते हैं सन 1999 और 2008 मे उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पद्म श्री और पद्मम विभूषण क्रमशः भारत का चौथा और दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्राप्त हुआ।
16 नवम्बर 2013 को अपने अन्तरराष्ट्रीय अंतिम मैच के कुछ घंटो के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने उन्हे भारत रत्न का सर्वोच्च नागरिक सम्मान देने के निर्णय की घोषणा की , वे अब तक के सबसे कम उम्र के प्राप्त कर्ता और पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले खिलाड़ी हैं ।
उन्होंने आई सी सी पुरस्कारो मे क्रिकेटर आफ द ईयर के लिए 2010 सर गारफील्ड सोबर्स ट्रॉफी भी जीती । सन 2012 मे सचिन तेंदुलकर को भारत की संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया. भारतीय वायु सेना समूह कप्तान के मानद रैंक से सम्मानित किए जाने वाले पहले खिलाडी और बिना विमानन पृष्ठभूमि के पहले व्यक्ति हैं ।
सन 2012 मे उन्हे आस्ट्रेलिया के एक मानद सदस्य का नाम दिया गया सन 2010 मे टाइम पैत्रिका ने सचिन को अपनी वार्षिक टाइम 100 सूची मे ( दुनिया के सबसे प्रभाशाली लोग) के रूप मे शामिल किया ।
सचिन तेंदुलकर को मिलाने वाले राष्ट्रिय पुरस्कार और सम्मान
सचिन तेंदुलकर को अब तक इतने पुरुष्कार और सम्मान मिला चूका है, की स्वयं उन्हें भी याद नहीं है की उन्हें कौन से पुरुष्कार कब और कहा दिए गए. और यह भी सच है की उनके अचिवमेंट्स और प्रयास के आगे ये सब फीके है.
- अर्जुन पुरस्कार (1994)
- मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार (1997-98)
- पद्म श्री (1999)
- महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार (2001)
- पद्म विभूषण (2008)
- भारत रत्न (2014)
- 1997 – विजडन क्रिकेटर ऑफ द ईयर।
- 1998, 2010 – विजडन लीडिंग क्रिकेटर इन द वर्ल्ड।
- 2003 – 2003 क्रिकेट विश्व कप में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट।
- 2004, 2007, 2010 – आईसीसी विश्व एकदिवसीय एकादश।
- 2006-07, 2009-10 – वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर के लिए पोली उमरीगर पुरस्कार।
- 2009, 2010, 2011 – आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट इलेवन।
- 2010 – खेल और लंदन में एशियाई पुरस्कारों में पीपुल्स च्वाइस अवार्ड में उत्कृष्ट उपलब्धि।
- 2010 – क्रिकेटर ऑफ द ईयर के लिए सर गारफील्ड सोबर्स ट्रॉफी।
- 2010 – एलजी पीपुल्स च्वाइस अवार्ड।
- 2010 – भारतीय वायु सेना द्वारा मानद ग्रुप कैप्टन बनाया गया।
- 2012 – ऑस्ट्रेलिया के आदेश के मानद सदस्य, ऑस्ट्रेलियाई सरकार द्वारा दिए गए।
- 2014 – ईएसपीएन क्रिकइन्फो क्रिकेटर ऑफ द जेनरेशन।
- 2017 – 7वें एशियाई पुरस्कारों में एशियाई पुरस्कार फैलोशिप पुरस्कार।
- 2019 – ICC क्रिकेट हॉल ऑफ फ़ेम में शामिल किया गया।
- 2020 – लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्स अवार्ड फॉर बेस्ट स्पोर्टिंग मोमेंट (2000–2020)
Source: telegraphindia
सचिन के बारे में कुछ बातें
सचिन कहते है, " मैं क्रिकेट में हार से नफ़रत करता हूँ, क्रिकेट मेरा पहला प्यार हैं , एक बार जब मैं मैदान में आता हूँ वो मेरे लिए एक पूरी तरह से अलग क्षेत्र हैं . और जीतने की भूख हमेशा वहाँ होती हैं " इस बात से यहाँ पता चलता है, की सचिन अपने goal और focus को लेकर कितने एकाग्र है, वे अपने आप को हर उस परिस्थिति में ढाल लेते है जो उनके लिए ज़रूरी है. वे कहते है "मैंने कभी अपने आपकी तुलना दूसरों से नहीं की हैं" आज वह क्रिकेट से संन्यास ले चुके है, लेकिन फ़िर भी वो लाखो लोगो के लिए प्रेरणा बने हुए है.