जमशेदपुर से जुड़े रोचक तथ्य और इतिहास | Interesting Facts About Jamshedpur in Hindi

facts about jamshedpur in hindi : दोस्तों झारखंड का नाम आते ही, हर किसी के जुबान पर जमशेदजी टाटा का नाम जरूर आता है, और इसके साथ ही झारखंड के कोल्हान प्रमंडल जिला जमशेदपुर का जिक्र जरूर आता है, जमशेदजी टाटा के नाम पर स्थापित यह शहर अपने आप में कई गौरवशाली इतिहास को समेटे हुए हैं. आज भाई जमशेदपुर शहर जमशेदजी टाटा का ऋणी है. कई इतिहासकारों ने इस शहर के बारे में लिखा भी है. उनके किताबों में जमशेदपुर के बारे में कई सारे रोचक तथ्य और जानकारियां लिखे गए हैं. और तो और कई इतिहासकारों ने इसे भारत का औद्योगिक शहर भी कहां है, अगर अर्थव्यवस्था की दृष्टि से देखा जाए तो, जमशेदपुर झारखंड का सबसे मशहूर शहर में से एक हैं. जमशेदजी टाटा के द्वारा स्थापित किए जाने के कारण इसे टाटानगर के नाम से जाना जाता है, एवं लोहा और स्टील का उत्पादन में अग्रणी होने के कारण इसे स्टील सिटी भी कहा जाता है.
Top 10 interesting facts about JAMSHEDPUR in hindi
19वीं शताब्दी के दौरान यहां टाटा आयरन एंड स्टील कारखाने का निर्माण किया गया, 1924 ईसवी तक यह एक विकसित शहर बन चुका था. और वर्तमान समय में तो यह झारखंड की अर्थव्यवस्था का सबसे बड़ा हिस्सा बन चुका है. जमशेदपुर को झारखंड का गौरव बनने में दशकों लग गए. तीन दशकों के इस प्रयास के कारण ही इसे झारखंड की अर्थव्यवस्था का स्वर्ग कहा जाता है. जब आप जमशेदपुर से जुड़े फैक्ट (Facts about jamshedpur) जानेंगे तो, आपको इसके गौरवशाली इतिहास का पता लगेगा. तो आइए चलिए जानते हैं, झारखंड से जुड़े रोचक तथ्य के बारे में
जमशेदपुर शहर की स्थापना किसने किया
19वीं शताब्दी से पहले जमशेदपुर एक साकची नाम का गांव था, जहां आदिवासी निवास करते थे, लेकिन 27 अगस्त 1960 में Tata Iron and Steel Company की स्थापना के बाद यह भारत का प्रमुख व्यापारिक केंद्र बन गया. टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी को और भी अधिक पर सिंधी तब मिली जब 1914 में प्रथम विश्व युद्ध शुरू हुआ. इसी कार्यक्रम के दौरान कंपनी को फलने फूलने का सबसे अच्छा मौका मिल गया.
1919 में Lord Chelmsford ने जमशेदजी टाटा के नाम पर साकची को जमशेदपुर का नाम दिया और क्योंकि वहां की मिट्टी काली है इसलिए वहां स्थित एक रेलवे स्टेशन का नाम कालीमाटी रेलवे स्टेशन रखा गया लेकिन बाद में इसका नाम बदलकर टाटानगर कर दिया गया. अगर आप भी जमशेदपुर से हैं, तो इस पोस्ट में Important facts about Jamshedpur को जानेंगे.
Facts and History of Jamshedpur
जमशेदपुर में स्थापित टाटा कंपनी आज पूरी दुनिया भर में कई सारी सहायक कंपनियों को चला रही है यहां तक की मुंबई में स्थित ताज होटल का निर्माण भी इसी टाटा कंपनी के मालिक ने करवाया है. यही कारण है, कि टाटा को Father of Indian Company के नाम से भी जाना जाता है. इस कंपनी को बनाने वाले जमशेदजी टाटा का जन्म 3 मार्च 1839 को नवसारी गुजरात में हुआ था. जमशेदजी टाटा के पिता का नाम Nusserwanji Tata और इनकी माता का नाम जीवनबाई टाटा था.
जमशेदपुर को भारत का पिट्सबर्ग क्यों कहा जाता है
जमशेदपुर को भारत का पिट्सबर्ग भी कहा जाता है, लेकिन यह बात काफी अजीब है कि जमशेदपुर को पिट्सबर्ग क्यों कहा जाता है, दरअसल पिट्सबर्ग, संयुक्त राज्य अमेरिका के पेंसिल्वेनिया राज्य एक प्रमुख शहर है इस शहर का नाम विलियम पिट के नाम पर पड़ा. संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थित पिट्सबर्ग खनिज और अयस्क के मामले में जमशेदपुर जितना ही धनी है जमशेदपुर की तरह वहां भी जल के अच्छे स्रोत और स्टील बनाने की फैक्ट्री स्थापित की हुई है इसलिए जमशेदपुर को भारत का पिट्सबर्ग की तरह माना जाता है, जमशेदपुर शहर को भी एक पिट्सबर्ग के इंजीनियर जूलियन कैनेडी ने डिजाइन किया था
Amazing Facts about Jamshedji Tata
जमशेदजी टाटा एक पारसी परिवार से संबंध रखते थे, इनके पिछले पीढ़ी के लोगों ने कभी भी व्यवसाय के बारे में नहीं सोचा था लेकिन जमशेदजी टाटा चाहते थे कि वह एक ऐसे व्यवसाय की शुरुआत करें, जिससे भारत के निर्माण में उनका सहयोग मिल सके, और यह उनके पिताजी का सपना भी था,
इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने 19वीं शताब्दी के अंत में, जमशेदजी टाटा अष्टमी एवं लौह संयंत्र के तकनीक के लिए यूनाइटेड स्टेट अमेरिका के पिट्सबर्ग शहर में गए और वहां इन्होंने कई सारे इस्पात निर्माताओं से बातचीत हुई थी लेकिन इससे उनको कोई भी लाभ नहीं हुआ, कुछ समय बाद वह "थॉमस कार्लाइल" नाम के एक व्यक्ति की बात से काफी प्रेरित हूं, थॉमस कार्लाइल का कहना था कि "जिस राष्ट्र का लोहे पर नियंत्रण होता है वह जल्द ही सोने पर नियंत्रण प्राप्त कर लेता है"
अब जमशेदजी टाटा ने यह विचार किया कि वह भी एक लौह संयंत्र की स्थापना करेंगे, इसके लिए उन्होंने चार्ल्स पेज पेरिन नाम के एक भूविज्ञानी को अपने इस्पात संयंत्र की स्थापना करने के लिए सही स्थान का चुनाव करने के लिए कहा. चार्ल्स पेज पेरिन नाम के उस विज्ञानी लगभग 3 साल की मेहनत के बाद साकची नाम का गांव खोजा, और इसे आज जमशेदपुर के नाम से जाना जाता है.
साकची नाम का यह गांव लोहा एवं इस्पात संयंत्र के लिए सबसे अच्छा स्थान था. क्योंकि यहां कोयले की खदान झरिया बहुत ही नजदीक था, पानी की पूर्ति के लिए स्वर्ण रेखा और खरकाई नदी पास में थी, और व्यापार करने के लिए कोलकाता सबसे नजदीक शहर था. जहां जलमार्ग और सड़क मार्ग से आसानी से पहुंचा जा सकता है.
हालांकि जमशेदजी टाटा का मुख्य उद्देश्य इस्पात संयंत्र की स्थापना करना था लेकिन इसके साथ ही साथ उन्होंने वहां काम करने वाले श्रमिकों के लिए भी अपना काफी महत्वपूर्ण योगदान दिया, उन्होंने जमशेदपुर के लोगों के लिए आधुनिक नगर योजना, के साथ-साथ और भी कई सुविधाओं का भी प्रबंध किया, उनके नाम से बसे इस शहर को सदियों तक याद रखा जाएगा
Amazing Facts about Jamshedpur
- जमशेदपुर सिटी झारखंड का सबसे बड़ा शहर है जिसकी एरिया 224 KM2 में फैली हुई है. यह झारखंड का सबसे अधिक जनसंख्या वाला शहर है जिसकी जनसंख्या 600000 से भी ज्यादा है.
- जमशेदपुर दुनिया का 84वां सबसे तेजी से विकसित होने वाला शहर है
- यहां की मिट्टी काली होने के कारण यहां स्थित एक रेलवे स्टेशन का नाम कालीमाटी पड़ गया था, जिसे बाद में बदलकर टाटानगर स्टेशन कर दिया गया.
- इस शहर में काफी प्रचुर मात्रा में खनिज और अयस्क पाए जाते हैं, इसलिए जमशेदजी टाटा ने यहां स्टील प्लांट की स्थापना किया. स्टील प्लांट स्थापित करने के पीछे कई सारे कारण थे. जैसे स्वर्णरेखा और खरकाई नदी से पानी की पूर्ति, सिंहभूम क्षेत्र से खनिज और अयस्क की प्राप्ति इत्यादि प्रमुख कारण थे.
- जमशेदपुर पूरे भारत का सबसे पहला Planed Industrial City है, यानी इसे सोच समझकर विकसित किया गया है
- स्वच्छता सर्वेक्षण के अनुसार जमशेदपुर शहर को 15 में सबसे साफ सुथरा शहर के रूप में लिस्ट किया गया है
- भारत का सबसे पहला मेड इन इंडिया Tank जमशेदपुर में ही बनाया गया था इस Tank का नाम ACV IP था, जिस स्टील से इस Tank को बनाया गया था. उसे टाटा स्टील ने प्रोड्यूस किया था, ACV IP Tank को टाटा मोटर्स ने असेंबल किया था, और इस ACV IP Tank को दूसरे विश्व युद्ध के दौरान बनाया गया था
- भारत के सबसे पहले यूरेनियम माइन्स की खोज जमशेदपुर में ही हुई थी, जादूगोड़ा यूरेनियम माइन्स के खोज 1951 मैं हुई थी
- महाभारत में भगवान कृष्ण का रोल निभाने वाले नितीश भारद्वाज जमशेदपुर से बीजेपी की तरफ से लोकसभा का चुनाव लड़े थे और इनकी जीत भी हुई थी.
Famous Tourist Place In Jamshedpur Facts In Hindi
पर्यटन की दृष्टि से देखा जाए तो, झारखंड के पर्यटन स्थलों में जमशेदपुर का नाम सबसे ऊपर आता है. सैर-सपाटे, पिकनिक और मनोरंजन की दृष्टि से देखा जाए तो, यहां कई सारे ऐसे Famous Tourist Place, Park और picnic place हैं, जो यहां की खूबसूरती में चार चांद लगा देते हैं. चलिए Jamshedpur Fact के इस पोस्ट में हम जमशेदपुर में स्थित प्रसिद्ध पर्यटन स्थल के बारे में जानते हैं
जमशेदपुर का जुबली पार्क
झारखंड के जमशेदपुर शहर में स्थित जुबली पार्क पर्यटक के लिए सबसे खूबसूरत स्थान में से एक है यदि आप पिकनिक के लिए जाना चाहते हैं तो जमशेदपुर का जुबली पार्क एक बेहतर विकल्प है इस पार्क में आपको झील मनोरथ बनावटी झाड़ने चिड़ियाघर जॉगर्स जैसी कई सारी चीजें देखने को मिलेगी. स्पार्क को 1958 में पर्यटकों के लिए बनाया गया था जुबली पार्क को जमशेदपुर का मुगल गार्डन भी कहा जाता है.
- टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क जमशेदपुर स्थित एक चिड़ियाघर है जुबली पार्क का ही हिस्सा है यहां प्रकृति का वास में सारे जंगली जानवर के दर्शन किए जा सकते हैं यह जूलॉजिकल पार्क जयंती सरोवर के निकट ही स्थित है जहां आप नौका विहार वॉटर स्पोर्ट्स एक्टिविटी और स्विमिंग का मजा ले सकते हैं.
- यदि आप वन पर्यटन के शौकीन है तो, आपको जमशेदपुर स्थित सलमा वन्यजीव अभयारण्य घूमना चाहिए इस अभयारण्य की स्थापना 1975 में और कुछ समय के प्रधानमंत्री संजय गांधी ने इसका उद्घाटन किया था इस अभयारण्य में सबसे अधिक हाथी देखने को मिलते हैं के अलावा अन्य जंगली जानवर पेड़ पौधे पशु इत्यादि देखने को मिल जाएंगे
- डिमना लेक या झील भी जमशेदपुर के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक हैं , यह दलमा पहाड़ी के पास बनी एक कृत्रिम जिला झील है जिसे टाटा स्टील द्वारा बनाया गया था. जमशेदपुर शहर से डिमना लेक की दूरी लगभग 11 किलोमीटर है, वैसे तो यहां सालों भर कई पर्यटक आते रहते हैं. लेकिन जनवरी के महीने में यहां पर्यटकको की संख्या काफी में देखी जाती है. टाटा स्टील द्वारा बनाई गई इस झील का मुख्य उद्देश्य जल संरक्षण और लोगों के लिए जल की समस्या को दूर करना तथा एक पर्यटन स्थल के रूप में इसे विकसित करना था.
- भुवनेश्वरी नाम का एक प्राचीन मंदिर जमशेदपुर के खारंगाजार मार्केट के निकट एक पहाड़ी पर स्थित है. टेल्को भुवनेश्वरी मंदिर भी कहा जाता है. यह पर्यटन और धार्मिक दृष्टि से बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर है इस मंदिर में शिव कृष्ण के साथ अन्य देवी-देवताओं की भी मूर्तियां की गई है, 500 मीटर पहाड़ी पर स्थित भुवनेश्वरी मंदिर से पूरे शहर को देखा जा सकता है.
- जमशेदपुर शहर में पार्क और झील की कोई कमी नहीं है, सर दोराबजी टाटासर दोराबजी टाटा पार्क नामक एक पार्क है जो खास करके बच्चों के लिए बनाया गया है, किसे मोदी पार्क में कहा जाता है क्योंकि यह पार्क रुसीमोदी को समर्पित है, इसका नामकरण जमशेदजी टाटा के पुत्र सर दोराबजी टाटा के नाम पर किया गया है, इस पार्क में उनकी एक कल प्रतिमा भी लगाई गई है, या मनोरंजन और पिकनिक मनाने का अच्छा केंद्र है.
- झारखंड के लगभग सभी जिलों में कोई ना कोई जलप्रपात देखने को मिल ही जाता है, किसी तरह जमशेदपुर में भी धरगिरी जलप्रपात स्थित है जो पर्यटक को के लिए पिकनिक स्पॉट है. 20 फीट की ऊंचाई से गिरती हुई यह जलप्रपात अपने चारों और हरियाली और प्रकृति के खूबसूरत नजारों को एक महत्वपूर्ण आयाम देती है
- जमशेदपुर के आकर्षक स्थल की बात की जाए तो जुबली का नाम जरूर आता है इस खूबसूरत जी आसपास की लेजर लाइट ऑडिटोरियम और चिड़ियाघर स्थित है. इसमें नौका विहार और मछली पकड़ने की भी सुविधा उपलब्ध है.
- दुनिया के सभी पर्यटन स्थलों पर वहां का व्यंजन और खान पान खास होता है, जमशेदपुर में भी कई प्रकार के भारतीय व्यंजन की भिन्नता देखने को मिलते हैं यहां आपको शाकाहारी बिट्स, दक्षिण भारतीय स्नैक्स, स्वादिष्ट स्ट्रीट फूड्स, मुगलई भोजन चखने का मौका मिलता है. जमशेदपुर का चनाचूर बहुत ही फेमस और स्वादिष्ट स्ट्रीट फूड में से एक है. इसलिए इसे जमशेदपुर का signature food कहा जाता है.
जमशेदपुर के बारे में 10 रोचक तथ्य
अगर इस पोस्ट को अपने अच्छे से पढ़ा होगा तो आपको जमशेदपुर के जगह जमशेदजी टाटा के बारे में अधिक जानने को मिला होगा, और यह बात कहीं ना कहीं सच है कि यदि जमशेदजी टाटा लौह इस्पात संयंत्र यहां स्थापित नहीं करते तो शायद आज जमशेदपुर भी झारखंड के सबसे पिछड़े शहर की सूची में आता, हम भी इस बात से सहमत हैं कि जमशेदपुर के हिस्से में 90% फैक्ट और तथ्य जमशेदजी टाटा से ही जुड़ा हुआ है.
हमने जमशेदपुर से संबंधित फैक्ट से जुड़े इस पोस्ट में इन सभी बातों को बताया है जो एक विद्यार्थी, पर्यटक और एक दार्शनिक को जानना चाहिए. आपको जमशेदपुर से जुड़े रोचक तथ्य जानकर कैसा लगा आप हमें कमेंट में बता सकते हैं,