BJP ने राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को बनाया, कौन है Draupadi Murmu?
भारतीय जनता पार्टी ने भी राष्ट्रपति पद के अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दिया है. बीजेपी ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के नाम का ऐलान किया है. वह एक आदिवासी नेता हैं और भाजपा की ओर से घोषित उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधनकी भी उम्मीदवार हैं.

भारतीय जनता पार्टी ने भी राष्ट्रपति पद के अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दिया है. बीजेपी ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के नाम का ऐलान किया है. वह एक आदिवासी नेता हैं और भाजपा की ओर से घोषित उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधनकी भी उम्मीदवार हैं.
एनडीए की संयुक्त उम्मीदवार बनीं द्रौपदी मुर्मू
झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को मंगलवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार के रूप में घोषित किया गया है. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने द्रौपदी मुर्मू के नाम का ऐलान किया. भाजपा संसदीय दल की बैठक के बाद नड्डा ने कहा कि वे लोग यूपीए के घटक दलों से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पर सर्वसम्मति बनाने की कोशिश की गयी, लेकिन यूपीए ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया.
जेपी नड्डा ने कहा कि इसके बाद ही संसदीय दल की बैठक में इस बात का फैसला किया गया कि किसी आदिवासी को इस बार राष्ट्रपति बनाया जाये. इसलिए संसदीय दल ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को एनडीए के उम्मीदवार बनाने का फैसला किया. जेपी नड्डा ने कहा कि उनकी पार्टी चाहती थी कि सर्वसम्मति से राष्ट्रपति चुना जाये, लेकिन यूपीए इसमें रुचि नहीं ली.
जेपी नड्डा और राजनाथ सिंह ने की अलग-अलग दलों से बात
जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि राजनाथ सिंह और उन्होंने खुद अलग-अलग दलों के साथ राष्ट्रपति के उम्मीदवार के नाम पर चर्चा की थी, लेकिन, यूपीए ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया. इसके बाद भाजपा संसदीय दल ने फैसला किया कि किसी आदिवासी को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया जाये. संसदीय दल ने द्रौपदी मुर्मू को अपना उम्मीदवार बनाने का फैसला किया.
कौन हैं द्रौपदी मुर्मू? Who is Draupadi Murmu?
राष्ट्रपति पद की घोषित उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू कौन हैं? क्यों भाजपा ने उन पर दांव खेला है. द्रौपदी मुर्मू ओड़िशा से हैं और संताल आदिवासी समाज से आती हैं. झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं. 1997 में उनका राजनीति में पदार्पण हुआ था. इसी साल वह स्थायी पार्षद चुनी गयीं. वह ऐसे राज्य से हैं, जहां भाजपा को बहुत ज्यादा सफलता नहीं मिली है.